Home Uttarakhand Dehradun जाने टीबी के लक्षण और उससे बचाव

जाने टीबी के लक्षण और उससे बचाव

जाने टीबी के लक्षण और उससे बचाव

देहरादून। क्षय रोग (टीबी) एक जीवाणु संक्रमण के कारण होने वाली बीमारी है। यह आमतौर पर मनुष्य के फेफड़ों को प्रभावित करता है। फेफड़ों में सक्रिय टीबी रोग के लक्षण आमतौर पर धीरे-धीरे शुरू होते हैं और कुछ हफ्तों में बिगड़ जाते हैं। टीवी का मुख्य लक्षण है लंबे समय तक खांसी रहना।

खांसी में खून या बलगम आना, छाती में दर्द, सांस लेने या खांसने के साथ दर्द होना, बार-बार बुखार आना, भूख नहीं लगना और शरीर का लगातार कमजोर होना। ऐसे में अगर इस तरह का कोई लक्षण हो तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें। टीबी रोग तब फैल सकता है जब बीमारी से पीड़ित व्यक्ति खांसता, छींकता या बोलता है।

इससे रोगाणुओं के साथ छोटी बूंदें हवा में फैल सकती है। फिर कोई दूसरा व्यक्ति उन बूंदों को सांस के साथ अंदर ले सकता है और रोगाणु फेफड़ों में प्रवेश कर जाते हैं। अगर कोई व्यक्ति टीबी से संक्रमित है तो उससे दूरी बनाएं रखें। संक्रमित व्यक्ति को हमेशा मुंह और नाक ढ़क कर रखना चाहिए। संक्रमित व्यक्ति को भरपूर मात्रा में प्रोटीन और खानपान पर ध्यान रखना चाहिए।

ठंडे पदार्थों के खान-पान से बचना चाहिए। बेशक टीबी रोग किसी को भी हो सकता है। लेकिन सही इलाज से यह पूरी तरह ठीक हो जाता है। टीबी बैक्टीरिया से होनेवाली बीमारी है जो हवा के जरिए एक इंसान से दूसरे में फैलता है। यह आमतौर पर फेफड़ों से शुरू होता है। सबसे कॉमन फेफड़ों की टीबी ही है। लेकिन यह ब्रेन, यूटरस, मुंह, लिवर, किडनी, गला, हड्डी आदि शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। टीबी का बैक्टीरिया हवा के जरिए फैलता है। अगर टीबी मरीज के बहुत पास बैठकर बात की जाए और वह खांस नहीं रहा हो तब भी इसके इन्फेक्शन का खतरा हो सकता है।