अधिकांश मस्जिदों में काली पटटी बांध कर नमाज पढ़ने पहुंचे रोजेदार
देहरादून। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की और से वक्फ संशोधन बिल 2024 के खिलाफ देश भर में विरोध-प्रदर्शन किये गये, देहरादून जिले में भी अधिकांश मस्जिदों में नमाज़ पढ़ने पहुंचे नमाजियों ने अपनी बाजू पर काली पटटी बांध कर बिल का विरोध प्रकट किया। शुक्रवार को देहरादून शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक विरोध प्रदर्शन देखने को मिला।
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य और काजी दारूल कज़ा मुफ्ति सलीम अहमद कासमी ने बताया कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड व जमीअत के आह्वान पर पछवादून में विकासनगर, सहसपुर, ढ़ाकी, ढ़करानी, हबर्टपुर, शिमला रोड व शहर की सभी मस्जिदों में विरोध प्रदर्शन किया गया। मौलाना अकबर कासमी, मौलना अब्बास कासमी, कारी अकरम, हाफिज आबिद, मौहम्मद इस्लाम, कारी गुरशैर आदि ने प्रदर्शन का नेत्त्व किया।
वही सना मस्जिद आजाद कॉलोनी के इमाम मुफ्ति वासिल कासमी ने वक्फ की शराई हेसियत पर बयान किया। शहर में शहर काजी मौलना मोहम्मद अहमद कासमी, जमीअत के जिला अध्यक्ष मौलाना अब्दुल मन्नान कासमी, मुफ्ति हुजैफा कासमी, मुफ्ति अयाज़ अहमद, मास्टर अब्दुल सत्तार, जमीअत के प्रदेश सचिव खुर्शीद आहमद आदि के नेत्त्व में विरोध जताया गया।
वही, मुस्लिम सेवा संगठन के कार्यकर्ताओं ने भी काली पटटी बांध नमाज़ पढ़ विरोध प्रदर्शन किया। प्रदेश की राजधानी देहरादून की प्रमुख जामा मस्जिद पल्टन बाज़ार में मुस्लिम सेवा संगठन के अध्यक्ष नईम कुरैशी व उपाध्यक्ष आकिब कुरैशी उर्फ अक्की के नेतृत्व में मुस्लिम सेवा संगठन के कार्यकर्ताओं और आमजनमानस ने विरोध किया। इस अवसर पर ज़ामा मस्जिद पल्टन बाजार अध्यक्ष नसीम अहमद, मुस्लिम सेवा संगठन से सलीम शाह, नाज़िम ज़ैदी, कमर ख़ान, दानिश कुरैशी, साकिब कुरैशी व पूर्व मेयर प्रत्याशी सरदार ख़ान पप्पू आदि उपस्थित रहे।