कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में पतंजलि योगपीठ के सह-संस्थापक आचार्य बालकृष्ण, उत्तराखंड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनुज गोयल, वित्त नियंत्रक भूपेंद्र प्रसाद कांडपाल, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रदीप कुमार पाण्डेय तथा एनआरएलएम- एनएमएमयू के राष्ट्रीय मिशन प्रबंधक प्रभात द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यशाला का शुभारम्भ किया गया।
कार्यशाला में भारत सरकार की संयुक्त सचिव श्रीमती स्मृति सरन, उप-सचिव सुश्री निवेदिता प्रसाद द्वारा वर्चुअली सम्बोधित करते हुए LokOS की उपयोगिता के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी दी। कार्यशाला का आयोजन उत्तराखंड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा किया जा रहा है। कार्यशाला में देश के 10 राज्यों उत्तर प्रदेश, अरुणांचल प्रदेश, लद्दाख, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, अंडमान-निकोबार, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है।
कार्यशाला का शुभारम्भ करते हुए पतंजलि योगपीठ सह-संस्थापक आचार्य बालकृष्ण द्वारा एनआरएलएम द्वारा महिला सशक्तिकरण हेतु किये जा रहे विभिन्न कार्यों एवं गतिविधियों की सराहना करते हुए पतंजलि को National Resouce Organization (NRO) के रूप में चयनित करने हेतु धन्यवाद् व्यक्त किया गया। उन्होंने कहा कि पतंजलि भी 10 लाख महिला शक्ति के साथ योग शिक्षिकाओं के रूप में देश के विभिन्न राज्यों में कार्य कर रहा है। पतंजलि द्वारा किये जा रहे कार्यों को डिजिटाइज़ किये जाने के बारे मे बताते हुए कहा की हमारे द्वारा एनआरएलएम द्वारा महिला स्वयं सहायता समूहों के कार्यों को LokOS App के माध्यम से डिजिटाइज़ करने हेतु सहयोग किया जाएगा।
यूएसआरएलएम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनुज गोयल ने कहा कि प्रधानमत्री मोदी के संकल्प के अनुरूप विभाग द्वारा की जा रही गतिविधियों लखपति दीदी, LokOS आदि पर तेजी से कार्य किया जा रहा है। LokOS द्वारा समूहों के कार्यों को डिजिटाइज़ किया जाना भी प्रधानमंत्री के संकल्प को सिद्ध किये जाने की शुरुआत है।
कार्यशाला के प्रथम दिवस एनआरएलएम – एनएमएमयू के राष्ट्रीय मिशन प्रबंधक प्रभात द्वारा LokOS एंट्री के साथ ही समूहों के लेन-देन की प्रविष्टियों पर विस्तारपूर्वक प्रस्तुतीकरण के माध्यम से प्रतिभागियों को बताया गया।
कार्यशाला का संचालन करते हुए यूएसआरएलएम के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रदीप कुमार पाण्डेय द्वारा विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों एवं उपलब्धियों की जानकारी प्रदान करते हुए 04 दिवसीय कार्यशाला के महत्व एवं उद्देश्यों पर प्रकाश डाला गया। कार्यशाला में एनआरएलएम – एनएमएमयू के प्रबंधकों तथा एनआईआरडी एंड पीआर हैदराबाद से आये मास्टर ट्रेनर्स के साथ ही यूएसआरएलएम के राज्य एवं जनपद स्तर के कार्मिकों द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है।