- मुस्लिम सेवा संगठन ने एमडीडीए का किया घेराव
- मदरसों-मस्जिदों को सील करने की कार्यवाही को बताया द्वेषपूर्ण
देहरादून। रमजान के महीने में मदरसों और मस्जिदों को सील करने की कार्यवाही के खिलाफ मुस्लिम समाज, मुस्लिम सेवा संगठन व तंज़ीम रहनुमाए मिल्लत ने एमडीडीए का घेराव किया। प्रशासन की दमनकारी कार्यवाही सिर्फ मदरसों तक ही सीमित नहीं रही इससे आगे बढ़कर ढकरानी स्थित मस्जिद को एमडीडीए ने सील कर बंद करने की कार्यवाही की है।
इस अन्यायपूर्ण कार्यवाही से मुस्लिम समाज में रोष है। इस कार्यवाही के विरोध में मुस्लिम सेवा संगठन ने एमडीडीए कार्यालय पहुंच कर अपना विरोध जताया। मुस्लिम सेवा संगठन ने अध्यक्ष नईम कुरैशी ने कहा कि जिस प्रकार देहरादून प्रशासन एक धर्म के लोगों के विरुद्ध कार्यवाही कर रहा है उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अपने संबोधन में मुस्लिम सेवा संगठन के उपाध्यक्ष आकिब कुरैशी ने कहा कि किसी भी पर्व आने पर पुलिस तथा जिला प्रशासन लोगो के साथ सद्भाव का व्यवहार करता है, मगर रमजान के पवित्र माह में मदरसों और मस्जिदों को सील करने की कार्यवाही अन्यायपूर्व ही नहीं द्वेषपूर्ण भी है। एमडीडीए सचिव मोहन सिंह बर्निया से वार्ता हुई।
उन्होंने संगठन की मांगों पर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। एमडीडीए वीसी से शुक्रवार को वार्ता का समय दिया गया। इस अवसर पर संगठन महासचिव सद्दाम कुरैशी, तंज़ीम रहनुमाए मिल्लत के अध्यक्ष लताफत हुसैन, बार काउंसिल उत्तराखंड की पूर्व अध्यक्ष रज़िया बैग, मुस्लिम सेवा संगठन पछवादून अध्यक्ष अय्यूब हसन, मुस्लिम सेवा संगठन के कोषध्यक्ष मुदास्सीर कुरैशी, मीडिया प्रभारी रमीज राजा, कमर खान, संस्थापक सदस्य नाज़िम ज़ैदी, अकरम ख़ान, पूर्व मेयर प्रत्याशी सरदार ख़ान, राशिद कुरैशी, कारी अकरम, सलीम शाह, खुर्शीद अहमद, नाज़िम ख़ान व तनवीर आदि मौजूद रहे।